शिव ने किया माता पार्वती का त्याग
झूठ बोलने वाले लोग शिव को प्रिय नहीं हैं। इसी कारण भोलेनाथ ने माता पार्वती का त्याग कर दिया था। क्योंकि उन्होंने भगवान राम से सीता रूप में मिलने के बाद भोलेनाथ से झूठ…
झूठ बोलने वाले लोग शिव को प्रिय नहीं हैं। इसी कारण भोलेनाथ ने माता पार्वती का त्याग कर दिया था। क्योंकि उन्होंने भगवान राम से सीता रूप में मिलने के बाद भोलेनाथ से झूठ…
भगवान शिव और अर्जुन युद्ध का महाभारत मे बहुत महत्व है क्योंकि इस युद्ध मे प्राप्त हुए बाण से ही अर्जुन ने कारण का वध किया था। हिमालय पर्वतमाला में …
एक बार भगवान महादेव ने बहुत क्रोध कर के एक अनोखा संकल्प लिया । उन्होंने माता पार्वती को साक्षी बनाकर यह संकल्प लिया कि जब तक यह दुष्ट दुनिया सुधरेगी नहीं, तब तक…
सामान्यतः शिवजी के मंदिर में पूजा एवं साधना करनेवाले श्रद्धालुगण शिवजी की तरंगों को सीधे अपने शरीर पर नहीं लेते; क्योंकि इससे उन्हें कष्ट होता है । शिवजी के मंदिर…
स्नान शंकरजी की पिंडी को ठंडे जल, दूध एवं पंचामृत से स्नान कराते हैं । (चौदहवीं शताब्दी से पूर्व शंकरजी की पिंडी को केवल जल से स्नान करवाया जाता था;…
शिवपूजा में शंख की पूजा शिवपूजा में शंख की पूजा नहीं की जाती, उसी प्रकार शिवजी पर शंखद्वारा जल नहीं डालते । देवताओं की मूर्तियों के मध्य में यदि पंचायतन (पंचायतन अर्थात पंच…
शिवलिंग पर दूध अर्पित करने से आरोग्य की प्राप्ति होती है | शिवलिंग पर दही अर्पित करने से हमें जीवन में हर्ष और उल्लास की प्राप्ति होती है । शिवलिंग पर शहद चडाने से रूप और सौंदर्य प्राप्त होता है , वाणी में मिठास रहती है, समाज…
ॐ यह स्थान अपने नाम मणि महेश को पौराणिक मान्यता के लिए जिम्मेदार ठहराता है कि भगवान शिव के मुकुट पर मणि (एक गहना) है और स्थानीय लोगों का मानना…
ॐ मणिमहेश न केवल धार्मिक पहलू के लिए प्रसिद्ध है। झील का प्राकृतिक सौंदर्य मनमोहक है। आसपास के खूबसूरत पहाड़, झील का साफ प्रतिबिंब और गरजते बादल आपको धरती पर…
हिमाच्छादित मूल की झील, घोई नाला की ऊपरी पहुँच में है , जो बुधिल नदी की सहायक नदी है , जो हिमाचल प्रदेश में रावी नदी की सहायक नदी है…
मणिमहेश झील (भगवान शिव के विश्राम स्थल के रूप में स्थानीय लोगों द्वारा प्रतिष्ठित) को तीर्थ यात्रा हिमाचल प्रदेश सरकार, मणिमहेश तीर्थयात्रा समिति और कई स्वैच्छिक संगठनों द्वारा समर्थित है।…
ऐसी मान्यता है कि प्रबोधनी एकादशी से सृष्टि के पालन कर्ता भगवान विष्णु सारी जिम्मेदारियों से मुक्त होकर अपने दिव्य भवन पाताललोक में विश्राम करने के निकल लेते है और…
हिन्दू धर्म में शिवजी को त्रिदेवों में एक माना जाता है। शिवजी की कल्पना एक ऐसे देव के रूप में की जाती है जो कभी संहारक तो कभी पालक होते…
जब मार्कन्डेय जी को उनके पिता ने बताया कि पुत्र तुम्हारा जीवन काल कम है और यदि तुम शिव जी के शरणागत हो जाओ तो तुम्हारी प्राण रक्षा हो जाएगी। …
भारत के गरिमायुक्त ग्रंथ शिव पुराण में शिव और शक्ति में समानता बताई गई है और कहा गया है कि दोनों को एक-दूसरे की जरूरत रहती है। न तो शिव के बिना शक्ति का अस्तित्व…
भगवान शिव की आरती औऱ भजन से आप सावन के महीने में भोलेनाथ को जल्दी प्रसन्न कर सकते हैं। ओम जय शिव ओमकारा में भगवान शिव की शक्ति और परब्रह्म…